Not known Facts About bhoot wala kahani

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अपनी पत्नी की बात सुनकर वह शख्स और भी क्रोधित हो गया और लड़ने के लिए मोहन की ओर झपका। शख्स को रोकने के लिए मोहन ने अपने लोहे की छड़ उसके सिर पर रख दी, जिससे वह आदमी वहीं मर गया। यह सब दृश्य देखकर उसकी पत्नी रोने लगी। माहौल को देखकर पहलवान वहां से जाने लगा तो उस औरत ने मोहन को रोक लिया और कहने लगी कि उसके पति के अलावा घर में कमाने वाला कोई नहीं था और उनकी मृत्यु के बाद अब तुम्हें हमारे साथ ही रहना होगा।

सोनू : पापा उस कुएं के भूत ने सभी को परेशान कर रखा है.. और कोई भी कुछ नहीं कर पा रहा है..

पापा :बेटा उसके बारे में सोचना बंद करो.. हम नहीं जा सकते कुएं के पास..

जिन्हें पढ़कर आप अपने बच्चों को सुना सकते हैं। आपको हर कहानी से कुछ न कुछ बेहतरीन सीखने को मिलेगा

 उस शोरूम के मालिक के पिता ने उस शोरूम को बनवाया था। फिर जब उस शोरूम की बडी तरक्की हुई और बॉलीवुड के लोगों को कास्ट्यूम सेल करनेवाली शोरूम कहलाई तब उनकी तरक्की न सहते हुए उन्हें उनके द्वेषियों ने गुंडा लोगों को भेज कर उनका कत्ल करवाया। जब वे ज़िंदा थे तब शोरूम के हर सदस्य में प्रामाणिकता, निष्ठा और मेहनत की अपेक्षा करते थे। कोई उद्योगी अगर कोई अप्रामाणिक काम, धोखेबाज़ी आदि करता था तो उससे दंड देते थे।

क्या वो सच था की तभी मैंने अपने मौसेरे भाई को उस जंगल के किनारे खड़े देखा।

मुंशी जल्दी से पहलवान के पास जाता है और अपनी चालाकी से उसे श्मशान घाट के पास वाली श्मशान घाट के पास बंजर पड़ी जमीन दे देता है।

फिर दूसरा आदमी : तुमने बिल्कुल सही कहा.. उस कुएं के पास जाना मतलब अपनी जान से हाथ धो बैठना है..

जब लोग उसका जवाब नहीं देते थे तो पहलवान उसी लोहे के डंडे से लोगों की पिटाई करता था। 

औरत को लगा कि पहलवान जरूर उसके पति को जानता होगा। अपने एक हाथ से गाल मलते हुए औरत ने पहलवान को अतिथि कक्ष में बैठने के लिए कहा और उसे जलपान कराने लगी। इतने में औरत का पति वहां पहुंच गया। एक पराए मर्द के साथ अपनी पत्नी को देखकर वह गुस्से से मोहन की ओर इशारा कर पत्नी से पूछने लगा कि यह शख्स कौन है। औरत ने डरते हुए कहा कि उसे लगा कि वह परिचित है इसलिए उसने उसे भीतर आने दिया।

बेताल पच्चीसी

  एक रात उसे ऐसा लगा जैसे उसके कान के पास कोई आवाज़ मंडरा रही हो। उसे लगा मच्छर है और उसने हवा में अपने हात एक बार फैलाकर फिरसे सो गया। लेकिन फिर उसे लगा जैसे कोई उसके कानों में मुँह से हवा फूंक रहा था। वह झट से उठा और उसने इधर उधर देखा तो एक भूड़ा बहुत ही विचित्र ढंग से बहुत ही धीरे से सीढ़िया चढ़ते हुवे गुजरातियों के घर के तरफ चल रहा था।

युवक ने राजा की आत्मा से शिक्षा प्राप्त करके अपने गाँव में वापस गया और लोगों को यह सिखाया कि check here कब्रिस्तान एक अद्वितीय स्थान है जो हमें जीवन की महत्वपूर्ण सिख सिखाता है। इसके बाद से, लोग रात के समय में कब्रिस्तान जाने का साहस करने लगे और वहां से नए ज्ञान और अनुभव प्राप्त करने लगे।

कहने लगी - तुमने मेरे पति को मार दिया। मेरे पति ही तो मेरा सहारा थे अब वह भी मर गए। इसलिए अब तुम्हारे साथ ही मुझे अपनी जिंदगी जीनी होगी।

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